Nov 19, 2022

मैं पुरुष हूं

बाहर से बड़ा ही अपरिमित कठोर नजर आता हूं,
अंदर मां जैसी भावनाओं का दरिया रखता हूं!

नीव की ईट की तरह अपना अस्तित्व छुपा लेता हूं,
उस पर सुंदर मजबूत इमारत तैयार करता हूं!

पिता,भाई और हमसफर बनके कई किरदार निभाता हूं,
उन्हें आशीर्वाद, स्नेह व विश्वास के धागे में पिरोता हूं!

गुरु व दोस्त बनकर भी अपने दायित्व बख़ूबी निभाता हूं,
भावी जीवन के लिए तैयारकर, आशाओं के पंख़ लगाता हूं!

परिवार की खुशियों की खातिर खुद को ही भूल जाता हूं,
उनके उल्लास में इंद्रधनुष के रंगों से रंग भर देता हूं!

सभी की ख्वाहिशें पूरा करने को दिन-रात भटकता हूं,
दो वक्त की रोटी कमाने को,अपनों से ही दूर चला जाता हूं!

आजीवन अपार परेशानियों से जूझता रहता हूं,
मगर बगिया के फूलों को मुस्कुराहट से सीखता हूं!

हमें तो रोने का भी हक नहीं, पत्थर दिल कहलाता हूं,
मौन रहकर आंखों के सैलाब को कैद करना जानता हूं!

कुटुंब को प्रचुर प्यार के समुद्र से भर देता हूं,
कभी-कभी मैं भी प्यार की मरहम के लिए तरसता हूं!

हां मर्द हूं,मैं भी जीवन के उतार-चढ़ाव में थक सा जाता हूं,
मुझे भी कोई समझे ऐसे साथी का साथ चाहता हूं!!

Nov 16, 2022

बिना पैसे नहीं मिलता यहाँ कुछ भी ज़माने में

कड़ी मेहनत बड़ी मुद्दत लगे पैसा कमाने में।
नहीं लगता ज़रा सा वक़्त पैसे को गँवाने में।

बड़ा आसान है कहना कि पैसा ही नहीं सब कुछ,
बिना पैसे नहीं मिलता यहाँ कुछ भी ज़माने में।

मिटाता भूख ये पैसा ढके तन को यही पैसा,
ज़रूरत है इसी पैसे की सर पर छत बनाने में।

पढाई हो दवाई हो भलाई हो बुराई हो,
ज़रूरी है बहुत पैसा यहाँ जीवन चलाने में।

खिलौना बन हँसाता है तो ज़ेवर बन लुभाता है,
बड़ी महिमा है पैसे की दिल से दिल मिलाने में।

यही महफ़िल जमाता है यही दावत सजाता है,
बिना इसके बड़ी मुश्किल खिलाने में पिलाने में।

है पैसे की ज़रूरत क्यों ज़रा पूछो किसानों से,
बिताई ज़िन्दगी पूरी ज़मीं गिरवी छुड़ाने में।

बड़ी ताकत है पैसे में सभी पर ये पड़े भारी,
अदालत में चले पैसा यही चलता है थाने में।

अमीरी के सभी साथी गरीबी बस अकेली है,
भरी जेबें ज़रूरी है सभी रिश्ते निभाने में।

खुदा से मैं दुआ करता सभी इंसां बनें क़ाबिल,
बड़ी शर्मिंदगी होती भिखारी बन के खाने में।

तुम्हारे पास पैसा है गरीबों की मदद करना,
दुआ दिल से निकल करती बड़ी बरकत ख़ज़ाने में।

Nov 8, 2022

मोहबत में ख़ुद को ना जला लेना

तुम मेरी मोहबत में ख़ुद को ना जला लेना
जब मेरी याद आए तो इंस्टाग्राम पर बतिया लेना

ऑनलाइन में आऊंगा ये मेरा वादा हैं
जब ऑफलाइन दिखू एक कॉल लगा लेना

मिलने को में आऊंगा ये मेरा वादा हैं
बस अपनी गली में मुझको सीने से लगा लेना 

मेरे दिल में तमन्ना हैं तुम्हे अपना बनाने की
अगर बंद हो दरवाज़े खिड़की से बुला लेना

देखने को जब तरसे तुम्हारी आंखे 
व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल लगा लेना