हम तेरी मुहब्बत में दिल की दुनिया लुटा बैठे |
तुम मानो या ना मानो सनम तुम को अपना बना बैठे ||
अपने मन के मंदिर में तेरा घर बना बैठे |
तुम मानो या ना मनो सनम तुम को इस घर में बसा बैठे ||
आँखों में तेरी सूरत बसा बैठे , रोग ये दिल का लगा बैठे |
तुम मानो या न मानो सनम तुम को अपना बना बैठे ||
जी ना पाउँगा तुम से अलग हो के येसा रोग लगा बैठे |
दुनिया छुट जाये साथ ना छूटेगा ये इरादा बना बैठे ||
हम तेरी मुहब्बत में दिल की दुनिया लुटा बैठे |
तुम मानो या ना मानो सनम तुम को अपना बना बैठे ||
हम तेरी मुहब्बत में दिल की दुनिया लुटा बैठे |
हम तुम से दिल लगा बैठे, चैन सकून गवा बैठे ||
कभी दुनिया से डरते थे छुप छुप के मिलते थे |
ये पर्दा भी हम हटा बैठे तुम्हे अपना बना बैठे ||
हम तेरी मुहब्बत में दिल की दुनिया लुटा बैठे |
तुम मानो या ना मानो सनम तुम को अपना बना बैठे ||
तुम मानो या ना मानो सनम तुम को अपना बना बैठे ||
अपने मन के मंदिर में तेरा घर बना बैठे |
तुम मानो या ना मनो सनम तुम को इस घर में बसा बैठे ||
आँखों में तेरी सूरत बसा बैठे , रोग ये दिल का लगा बैठे |
तुम मानो या न मानो सनम तुम को अपना बना बैठे ||
जी ना पाउँगा तुम से अलग हो के येसा रोग लगा बैठे |
दुनिया छुट जाये साथ ना छूटेगा ये इरादा बना बैठे ||
हम तेरी मुहब्बत में दिल की दुनिया लुटा बैठे |
तुम मानो या ना मानो सनम तुम को अपना बना बैठे ||
हम तेरी मुहब्बत में दिल की दुनिया लुटा बैठे |
हम तुम से दिल लगा बैठे, चैन सकून गवा बैठे ||
कभी दुनिया से डरते थे छुप छुप के मिलते थे |
ये पर्दा भी हम हटा बैठे तुम्हे अपना बना बैठे ||
हम तेरी मुहब्बत में दिल की दुनिया लुटा बैठे |
तुम मानो या ना मानो सनम तुम को अपना बना बैठे ||
